कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को गोपाष्टमी पर्व मनाया जाता है. यह मथुरा, वृंदावन और ब्रज के अन्य क्षेत्रों में प्रसिद्ध त्योहार है. गोपाष्टमी पर, गायों और उनके बछड़े को सजाया जाता है. उनकी पूजा की जाती है.
गोपाष्टमी पूजा विधि:
गोपाष्टमी के दिन यानी कि कार्तिक शुक्ल अष्टमी को एकदम सुबह उठकर गौ माता को साफ पानी से स्नान करवाएं. इसके बाद रोली और चंदन से गौ माता का तिलक कर उन्हें प्रणाम करें. इसके बाद उनको पुष्प, अक्षत्, धूप अर्पित करें.
इसके बाद ग्वालों को दान दक्षिणा देकर उनका आदर सम्मान और पूजन करें. इसके बाद पूजा के लिए प्रसाद को गौ माता को अर्पित करें. गौ माता की परिक्रमा करें और उन्हें कुछ दूर तक साथ लेकर टहलाने जाएं.
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