नगरपालिकाचुनाव में इन दिनों निर्दलीय प्रत्याशी तख्ता पलट उम्मीदवारों के रूप में उभर रहे हैं.जहां एक ओर हर वार्ड में चुनावी दंगल शुरू हो गया हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी उम्मीदवारों के लिए निर्दलीय प्रत्याशी बड़ी समस्या बने हैं. नगरपालिका चुनाव में इस बार नगरपालिका चुनावाें का परिणाम क्या रहेगा. यह कयास अभी से लगने शुरू हो गए हैं. जहां कुछ दिन पहले तक कांग्रेस का बोर्ड बनने की चर्चाएं थी वहीं अब भाजपा भी टक्कर में चुकी है.
टिकट वितरण के बाद बदले समीकरणों से अब मुकाबला कहीं भी आसान नहीं रह गया है. कांटे की टक्कर में कोई भी बाजी मार सकता है. कांग्रेस को जहां कुछ वार्डों में बागियों का सामना करना पड़ रहा है वहीं भाजपा को थोड़े ज्यादा वार्डोंं में बागियों की मुसीबत झेलनी पड़ रही है. कुल मिलाकर यह माना जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशियों को इस बार निर्दलीयों से कड़ी टक्कर मिल रही है और चुनाव मैदान में डटे बागी उम्मीदवार पार्टी प्रत्याशियों के समीकरण बिगाड़ सकते हैं.
जयपुर में निकाय चुनाव के लिए प्रचार जोरों शोरों पर है. प्रत्याक्षी मतदाताओं को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है. जयपुर ग्रेटर के वार्ड 45 से 4 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिसमे निर्दलीय प्रत्याशी ममता देवी, कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों पर भारी पड़ती नजर आ रही हैं.तहलका.न्यूज़ सर्वे के अनुसार निर्दलीय ममता देवी की दावेदारी ज्यादा मजबूत मानी जा रही है. उसका कारण उनका इसी क्षेत्र से होना साथ ही साथ वार्ड में उनकी बढ़ती सक्रियता के भी कई मायने हैं.
तहलका.न्यूज़