November 24, 2024
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रियांबड़ी उपखंड मुख्यालय होते हुए भी यहां पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिछले काफी सालों से स्थापित हैं परंतु आज भी उपरोक्त स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकीय सुविधाएं अपूर्ण है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पिछले काफी समय से चिकित्सकों की भारी कमी होने से ग्रामीणों व समस्त उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती ग्राम के लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक के नाम पर एक BCMO व एक प्रथम श्रेणी मेल नर्स की सेवानिवृत्त होनी है जिससे भी चिकित्सक सेवाएं बुरी तरह से प्रभावित होगी।

कोरोना कॉल से पूर्व रोजाना औसत 200 -220 मरीजों का आउटडोर था जो फिलहाल कोरोना वायरस के चलते औसत 160 मरीज प्रतिदिन हैं जिस पर मात्र इस माह के बाद एक चिकित्सक होने से मरीजों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है एक चिकित्सक द्वारा इतने मरीजों का उपयुक्त परीक्षण कर सही इलाज करना प्रायोगिक रूप से संभव नहीं है!जिस कारण आशीष राजपुरोहित ने लोक अदालत में याचिका पेश कर बताया की वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लगने वाले ग्रामीण क्षेत्र वह वहां की स्वास्थ्य समस्याओं और आवश्यकताओं को देखते हुए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 9 चिकित्सकों की आवश्यकता है जिसमें एक शिशु रोग विशेषज्ञ, स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ, अस्थी रोग विशेषज्ञ, दंत चिकित्सा, आंख नाक गला रोग विशेषज्ञ, इत्यादि का समावेश भी होना चाहिए।

वर्तमान में केंद्र पर औसत प्रसव प्रतिमाह 60 होते हैं जो संख्या पूर्व में 100 -150 प्रसव प्रतिमा है कि भी रह चुकी है परंतु महिला चिकित्सक एवं स्त्री एवम प्रसूति रोग विशेषज्ञ नहीं होने से क्षेत्र के लोगों को बड़े शहरों की ओर जाना पड़ता है जिससे निर्धन लोगों को और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ रियां बड़ी चिकित्सा केंद्र में हो तो प्रसूताओं के स्वास्थ्य की सामूहिक जांच में भी सुविधा मिलेगी।रियांबड़ी उपखंड के समीप उपखंड स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मेड़ता सिटी व डेगाना में 100 बैड की क्षमता है। जबकि रियांबड़ी स्वास्थ्य केंद्र पर यह क्षमता वर्तमान में 30 बेड हैं। ओर शल्य चिकित्सक नहीं होने से किसी प्रकार की कोई सर्जरी वर्तमान में नहीं होती हैं। इस कारण मरीजों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ता है छोटी सी सर्जरी के लिए बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है।

तहलका न्यूज़ संवाददाता रियांबड़ी (नागौर)

पवन कुमार सागर रिया बड़ी