भारत और चीन के बीच इस वक्त सीमा पर तनाव की स्थिति है. चीन लगातार युद्ध की धमकी दे रहा है और लद्दाख में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है.विपक्षी दलों के द्वारा तमाम अड़ंगे लगाने के बावजूद राफेल लड़ाकू विमान लंबी जद्दोजहद के बाद भारतीय वायुसेना के हिस्सा बनने जा रहा है.
फ्रांस से आए पांच राफेल लड़ाकू विमान आज भारतीय वायुसेना में शामिल हो जाएंगे.अंबाला एयरबेस पर एक औपचारिक समारोह में कई वीआईपी हिस्सा लेंगे. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले इस मौके पर मुख्य अतिथि होंगे दोनों अंबाला पहुंच चुके हैं.
भारत-चीन के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत के लिए यह उपलब्धि को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राफेल को 17 स्कवॉड्रन ‘गोल्डन ऐरोज़’ में शामिल किया जाएगा.