जयपुर- राजस्थान में कांग्रेस सरकार के राजनीतिक घमासान में सबसे ज्यादा नुकसान भारतीय जनता पार्टी को उठाना पड़ा है। भाजपा पर कांग्रेस के विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोप लगे, भाजपा के ऊपर हरियाणा के मानेसर होटल में कांग्रेस को विधायकों के ठहराने के आरोप लगे, और आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट एक साथ बैठकर मुस्कुरा रहे थे।
जिस प्रकार से कांग्रेस में बगावत हुई थी भाजपा में उसी बगावत का डर कांग्रेस की फूट के बाद सामने आने लगा था।भारतीय जनता पार्टी को भनक लगी कि कांग्रेस उनके कई विधायकों से संपर्क साध रही है। और वसुंधरा राजे ने अशोक गहलोत को आश्वासन दे रखा है कि कम से कम 10 विधायकों का इंतजाम कर देगी तो इसके बाद बीजेपी में हड़कंप मच गया।
लेकिन इस बात में सच्चाई है या नहीं भाजपा ने जब एयरपोर्ट पर 3 प्लेन खड़े कर दिए जिसमें वसुंधरा राजे के समर्थक विधायकों को गुजरात भेजा जाने का निर्णय लिया गया।
लेकिन झालावाड़, धौलपुर समेत कुछ दूसरे जिले के विधायकों ने जाने से मना कर दिया और 3 दिन तक भाजपा के तीनों प्लेन जयपुर एयरपोर्ट पर खड़े रहे।
भाजपा के नेता फोन करते रहे मगर वसुंधरा राजे के समर्थकों ने यह कहकर जाने से मना कर दिया कि जब तक मैडम का आदेश नहीं होगा तो कहीं नहीं जाएंगे। इसके बाद भाजपा ने 10 अगस्त को सभी विधायकों को जयपुर बुलाया और 11 अगस्त से उनकी बाड़े-बंदी जयपुर के क्राउन प्लाजा होटल में करने का फैसला किया।
लेकिन भाजपा की सारी तैयारियां धरी रह गई सचिन पायलट दिल्ली में प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से मिलने पहुंच गए और कांग्रेस के मचे घमासान का पटाक्षेप हो गया।