जयपुर. —हाथोज ग्राम के राजकीय वरिष्ठ उपाध्याय संस्कृत विद्यालय में श्रावणी पूर्णिमा रक्षाबंधन पर संस्कृत दिवस मनाया गया। प्रधानाचार्य डॉ सीपी शर्मा ने कहा कि संस्कृत भारतीय संस्कृति की आत्मा एवं प्राणवायु है तथा आज सर्वत्र जो विकट परिस्थितियाँ पैदा हो रही हैं उसके समूल खात्मे के लिए संस्कृत द्वारा प्रतिपादित वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना एवं सर्वे भवन्तु सुखिनः का सिद्धांत सर्वोपरि व एक मात्र रामबाण औषधि है।
इस अवसर पर ग्रामपंचायत हाथोज के सहयोग से समाजसेवी राजकुमार टीबरेवाल ने अपनी टीम के साथ विद्यालय प्रांगण में 300 पेड़ लगाने का पुनीत कार्य किया। पेड़ों के रक्षासूत्र बांधकर पर्यावरण एवं संस्कृत के संरक्षण व संवर्धन का संकल्प लिया गया। कमल सारण जलदाय विभाग हाथोज ने लगाये गये सभी पेड़ों की सिंचाई हेतु आवश्यक उपकरण पाईप आदि की व्यवस्था करने का जिम्मा लिया।
इस अवसर पर सावंत राम मीना संस्कृतानुरागी, विद्यालय शिक्षकों सहित मनरेगा श्रमिकों सभी ने एक-एक पेड़ लगाकर उसके पोषण व संवर्धन की जिम्मेदारी ली है।