जयपुर-विगत 17 जून से मकान नंबर 23, जसवंत नगर, खातीपुरा, जयपुर में पीने का शुद्ध पानी पूरे वेग से बरसाती पानी के ड्रेनेज सिस्टम में बहकर बर्बाद हो रहा है।
इसकी शिकायत संबंधित जलदाय विभाग के अधिकारी को मौखिक रूप से और फोन पर वीडियो भेज कर 17 जून को सुबह 9:00 बजे ही दे दी गई थी। और पार्षद सहित अन्य जनप्रतिनिधियों को भी इस से अवगत करा दिया गया था मगर इस भीषण गर्मी में अमृत समान जल बरसाती नाले में बह रहा है।
जब जलदाय विभाग की सप्लाई रुक जाती है तो वही नाले का गंदा पानी नलों के माध्यम से आम जनता के घरों में पीने हेतू पहुंच रहा है। वैश्विक कोरोना महामारी काल में जल के प्रति ऐसे संवेदनहीनता देखने और सुनने में भी विचित्र ही नहीं अपितु जनता के स्वास्थ्य के साथ बड़ा अन्याय है।
16 जून को निगम के ठेकेदार के आदमी जो बरसाती नालों को साफ कर रहे थे उनके द्वारा यह पाइप लाइन फूटी थी जिसकी वजह से जनता पर गंदे पानी का पहाड़ टूट पड़ा।
तहलका. न्यूज़- कमल शर्मा जयपुर