वैश्विक महामारी कोरोना महा संकट के दौर में लॉक डाउन की शुरुआत से गंगापुर उपखंड कार्यालय के बाबुओं की व्यस्तता उनकी जीवन शैली पर इस कदर हावी हो गई कि वो लोग वार- तारीख तक भूलने लग गए। कम्प्यूटर स्क्रीन पर नजर पड़ने पर वार – तारीख का आभास होता है, शनिवार- रविवार का अवकाश तो कभी ख्याल में ही नही आया और हर दिन ऑफिस का को समय तक भी निर्धारित नही होने से बिना अवकाश गए दिन – रात कोरोना के आदेशों और सूचना अपडेट करने के कार्य मे जी जान से जुटे है। इन कोरोना योद्धाओ के जज्बे के हर अधिकारी सलाम करता है। आइये उन कोरोना योद्धाओं से रूबरू करवाते है जिन्होंने गंगापुर उपखंड प्रशासन के आँख – नाक – कान की भूमिका निभाई है। सर्वप्रथम वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत जसवंत सिंह चुंडावत ने कोरोना काल की शुरुआत से ही समस्त प्रकार के कोरोना फाइटर की सूचियां बनाने, कोरोना ईगल,वार रूम, कंट्रोल रूम के आदेश जारी कर कर्मचारियों व अधिकारियों की व्यवस्था करने, चैक पोस्ट पर तैयारी व्यवस्था करना और प्रवासी मजदूरों को उनके गाँवो में भेजने के कार्य मे अहम भूमिका निभाई है। कम्प्यूटर ऑपरेटर नारायण लाल माली ने समस्त प्रकार के आदेशों को कंप्यूटराइज्ड करना, जिला स्तर पर सभी सूचनाओं का आदान प्रदान करना,डेटा फीडिंग तथा मजदूरों की सूची राज्य वार कर उन्हें गृह राज्य में भिजवाने की व्यवस्था, संस्थागत क्वॉरेंटाइन सेंटर्स से आवश्यक सूचनाओं का संकलन करके जिला कार्यालय भिजवाने का कार्य किया है। कम्प्यूटर ऑपरेटर निकिता टेलर ने कोविड – 19 की समस्त सूचनाओं को ऑनलाइन डेटा फीडिंग ,राजस्थान संपर्क पोर्टल, प्रवासियों की ऑनलाइन सूचना तैयार करने और ऑनलाइन पास बनाने का काम किया है। वरिष्ठ लिपिक विजय कुमार सोनी ने कोविड – 19 में विवाह – मृत्यु की स्वीकृति आदेश बनाने, वाहन लेखा संकलित, कोरोना मित्र बनाने,रसद कीट वितरण सामग्री का लेखा जोखा रखने का जिम्मा संभाला है। कनिष्ठ लिपिक समर्थ सिंह ने कोरोना काल में जिले व राज्य से बाहर जाने वाले वाहन पास बनाने औऱ अन्य सभी आदेश बनाने में दिन रात मेहनत की है। इन बाबुओं ने कई मर्तबा रात में 3 बजे तक जगकर ऑफिस में कार्य सम्पादन किया है।
गंगापुर ( दिनेश चौहान )