July 2, 2024

स्वछता में नंबर 1 का ख़िताब जितने वाला इंदौर शहर अपने चटपटे खाने के लिए भी पुरे भारत में मशहूर है. मध्य प्रदेश को भारत का दिल कहा जाता है क्योकि यह भारत के बिलकुल मध्य में स्थित है यहाँ के लोगो में बिलकुल अलग ही उत्साह रहता है.

कुल्फी,फलुदा पसंद करने वालों को हम बता रहे हैं. इंदौर की एक खास दुकान के बारे में जहां का स्वाद आपका दिन बना देगा…

कुल्फी,फलुदा का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है. आए भी क्यों न! आखिर फलुदा इतनी टेस्टी जो होती है. फिर जब इतनी गर्मी हो, तो कुल्फी,फलुदा का मजा दोगुना हो जाता है.

Humty Dumty

कुल्फी,फलुदा के चाहने वालों के लिए ये जगह खास है.1980 में फालूदा,रबड़ी कुल्फी के साथ शुरू होने वाली इस दुकान में आज अच्छी क्वॉलिटी की कई फ्लेवर वाली कुल्फी,जूस,शेक,और ख़ास फलुदा मिलता हैं.यहां की यहां का फालूदा,रबड़ी कुल्फी अपने फ्रेश टेस्ट के लिए जानी जाती है. खास बात यह है कि ये किफायती भी है.

इंदौर छप्पन दूकान मार्केट में कुल्फी-फलूदे का एक ठिकाना दूर-दूर तक मशहूर है. बड़े-से लाल कपड़े में लिपटे मटके से कुल्फियां निकाल-निकाल कर फलूदा और सिरप डाल कर राकेश जी और उनके भाई दर्पण,दिरज हासिजा लोगो को धड़ाधड़ ठंडी-ठंडी, कूल-कूल कुल्फी-फलूदा का मजा चखा रहे है .यह दुकान इतनी मशहूर है कि यहां हर पल कुल्फी-फलूदा.खाने वालो की भिड़ रहती है यहाँ आकर आप रॉयल फलुदा विद आइसक्रीम ,चॉकलेट टॉप, स्पेशल रबड़ी फलूदा ,केसर मटका कुल्फी, कोल्ड कॉफी ,फलूदा, आइसक्रीम, शेक के शौक़ीन अपना शौक पूरा कर सकते हैं.गिलास में सर्व रबड़ी-फलूदा भी है, लेकिन कुल्फी-फलूदा से ही इसकी पहचान है.

इंदौर में जैसे-जैसे पारा बढ़ता जा रहा है वैसे ही चिलचिलाती धूप लोगों को सताने लगी है. गर्मी के दिनों में कुल्फी की ठंडक लोगों को बहुत आकर्षित कर रही है. इंदौर की मशहूर फालूदा,रबड़ी कुल्फी की दुकान, Humty Dumty के मालिक राकेश जी से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ये कुल्फी की दुकान सन् 1980 में शुरू की गई थी. यहां रबड़ी कुल्फी, मटका कुल्फी, स्पेशल रबड़ी फालूदा और चॉकलेट कुल्फी लोग ज्यादा पसंद करते हैं.

इनकी कुल्फी की शोहरत दूर-दूर तक है. कई दशकों का अनुभव इनकी कुल्फी में साफ नजर आता है. कुछ खास तरह की कुल्फियों ने यहां अपना रंग जमा रखा है.समय के साथ जैसे-जैसे व्यापार बढ़ता गया, वैसे-वैसे कुल्फी ने भी अपने रंग बदले और समय को देखते हुए इसमें किस्में जुड़ती गईं.लकिन कवालिटी को लेकर उन्होंने कभी कोई समझौता नहीं किया. दूध से लेकर फलों तक सभी चीजों को जांचने-परखने के बाद ही उनका इस्तेमाल किया जाता है.

इनका का दावा है कि कुल्फी का जो टेस्ट पहले था, वही आज भी बरकरार है.वे बताते हैं कि कुल्फी बनाने का तरीका आज भी उन्होंने पुराने स्टाइल का ही रखा है.बारह महीने यह सिलसिला चलता रहता है.

1st shop:- Shop No, 1, Mahatma Gandhi Rd, near Coffee King, New Palasia, Indore, 

2nd shop:- Annapurna Rd, opp. chat chowpati, Silver Palace Colony, Indore, Madhya Pradesh