जयपुर खातीपुरा स्थित शिव हनुमान मंदिर में चल रही रामकथा का आज तीसरा दिवस भगवान श्री राम अवतार के साथ संपन्न हुआ आज कथावाचक पंडित सुरेशानंद जी शास्त्री द्वारा भगवान विष्णु द्वारा नारद जी को हरि रूप प्रदान किया वह महाराज दशरथ द्वारा पुत्र प्राप्ति यज्ञ की कथा सुनाई गई यज्ञ महाराज द्वारा महाराज दशरथ को प्रसाद रूप में खीर भेंट की जिसमे से आधा भाग सुमित्रा व के कई को दिया वह आधा भाग कौशल्या को दिया प्रसाद प्राप्ति के बाद गर्भवती हुई अग्नि देव के वरदान से महाराजा दशरथ के चार पुत्रों ने जन्म लिया जिसमें सबसे बड़े राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न उसके बाद भगवान की आरती की गई व प्रसाद वितरण किया गया