राजस्थान में इन दिनों शराब ठेकेदार आंदोलन चरम पर है. वह लगातार अपना कमीशन बढ़ाने और शराब ठेकेदार दुकानों पर आबकारी विभाग की ओर से की जा रही शक्ति और अवैध शराब को रोकने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.शराब ठेकेदारों ने आंदोलन कर कमीशन बढ़ाने शराब और आबकारी विभाग की ओर से की जा रही शक्ति और अवैध शराब को रोकने को लेकर आंदोलन पर है.
जयपुर में रोजाना करीब 3 करोड़ से चार करोड़ रुपए की शराब बिक्री होती है.अपने कई मुद्दों को लेकर जयपुर सहित पांच जिलों के शराब लाइसेंसी 27 अगस्त से आंदोलन पर हैं और आरएसबीसीएल डिपो से शराब की लिफ्टिंग नहीं कर रहे. इससे सरकार को अभी तक 70 से 100 करोड रुपए का नुकसान हो चुका है.
तहलका.न्यूज़