शराब विक्रेताओं का कहना है कि शराब की दरों में चार बार वृद्धि हो गई, लेकिन शराब की बोतलों पर अभी भी पुरानी एमआरपी आ रही है. जिसके चलते ग्राहकों से तकरार हो रही है.
जयपुर:- प्रदेशभर में आबकारी विभाग के खिलाफ शराब ठेकेदारों का रोष देखने को मिल रहा हैं.जयपुर में शराब ठेकेदारों ने आबकारी विभाग के कार्यालय पर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा. शराब ठेकेदार दुकानों पर आबकारी विभाग की ओर से की जा रही सख़्ती और अवैध शराब को रोकने सहित विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. रविवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सोमवार को देखा जाएगा और मंगलवार को शराब की दुकानें बंद रहेगी.
ठेकेदारों का आरोप है कि आबकारी विभाग के अधिकारी बिना कारण ही ठेकेदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रहे हैं. साथ ही स्थानीय पुलिस और आबकारी पुलिस की हस्तक्षेप के चलते हैं शराब विक्रेता परेशान हो रहे हैं. ठेकेदारों ने अपने ज्ञापन में लिखा कि रिस्ट्रोबार की संख्या भी सीमित की जाए और उनका समय भी निश्चित किया जाए. वही दुकान के समय में भी बढ़ोतरी की जाए. शराब ठेकेदार हंसराज मील ने बताया कि प्रदेश में तेजी से हरियाणा और झारखंड की शराब बिक रही है.लेकिन आबकारी विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा. जिसका नुकसान ठेकेदारों को उठाना पड़ रहा है.
वही विभाग के अधिकारी आए दिन चालान बना मुकदमे दर्ज कर रहे हैं ऐसे में अब दुकान बंद करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है. शराब ठेकेदार अयूब खान ने बताया कि विभाग की ओर से शराब के विक्रय पर 20% कमीशन का दावा किया जाता है लेकिन हकीकत में कमीशन मात्र 11 से 12% ही मिलता है. इसके साथ ही विभाग की ओर से हर मां हर माह शराब बिक्री का लक्ष्य भी बढ़ाया जा रहा है उसे तय कर पाना ठेकेदारों के लिए इन परिस्थितियों में मुश्किल हो रहा हैं.
शराब ठेकेदार इस सब के बीच आज दोपहर 12:00 बजे सभी शराब व्यवसाय अपनी दुकानें बंद कर के वित्त भवन पर धरना प्रदर्शन करेंगे.और इनका धरना प्रदर्शन जब तक चलेगा जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाए.
तहलका.न्यूज़