April 19, 2024

जयपुर:- झोटवाड़ा घूसकांड में छह माह फरार मास्टरमाइंड एसीपी आस मोहम्मद ने शुक्रवार को कोटा में एएसपी ठाकुर चंद्रशील के समक्ष सरेंडर कर दिया.आस मोहम्मद की दादागिरी फाइलों पर साफ दिखती थी, सही को गलत, गलत को सही करना उसका बाएं हाथ का काम था.आस मोहम्मद को जल्द ही जयपुर लाया जाएगा. जहां कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा.

आपको बता दें कि छह माह पहले झोटवाड़ा थाने में दलाल के मार्फत घूस लेने के प्रकरण में आस मोहम्मद फरार हो गए थे.एसीबी के अधिकारी लगातार दावे कर रहे थे कि जल्द ही आस मोहम्मद को पकड़ा जाएगा, लेकिन एसीबी पकड़ नहीं पाई. मोहम्मद ने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया.

सरेंडर करने के बाद आस मोहम्मद के पकड़े जाने की खबर पर तो विराम लग गया लेकिन अभी कई ऐसे सवाल हैं जो आमजन की नजरों में रहेंगे. क्या मोहम्मद सिर्फ खुद ही पैसे लेते थे या किसी अधिकारी को भी रकम पहुंचाते थे ? इसके अलावा फाइलें किसके कहने पर ट्रांसफर की गईं थींं? आस मोहम्मद ने कई निर्दोषों को गलत तरीके से फंसाया था, अब ऐसे मामलों का क्या होगा ? इसी प्रकरण में झोटवाड़ा थाना प्रभारी रहे प्रदीप चारण व एसआई फरार चल रहे हैं.

केस का अनुसंधान एएसपी देशराज यादव को सौंपा गया. बाद में, जांच कोटा के एएसपी ठाकुर चंद्रशील को सौंपी गई. इसी बीच रिश्वत केस में फरार आरोपी आस मोहम्मद के पकड़े नहीं जाने पर एसीबी कड़ा शिकंजा कसने की तैयारी में थी. एसीबी ने हर स्तर पर आरोपी की तलाश की, लेकिन सुराग नहीं लग रहा.

ऐसे में अब आरोपी को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. सीआरपीसी की धारा 82-83 के तहत आस मोहम्मद को भगोड़ा यानी उद्घोषित अपराधी (पीओ) घोषित कराने के लिए एसीबी कोर्ट से आग्रह करने की तैयारी में थी. अब माना जा रहा है कि जल्द ही रिश्वत केस में फरार थानाप्रभारी प्रदीप चारण व सबइंस्पेक्टर रामलाल भी सरेंडर कर सकते है.

तहलका.न्यूज़