September 20, 2024

रक्षाबंधन का पावन पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. बरसते हुए पानी में भी बहना अपने भाई के घर जाते रहे तो भाई बहना के घर जाकर उनकी कलाई सजाते रहे. हाथ रंग-बिरंगी राखियों से सज गया. इस दिन का इंतजार सभी बहनों को रहता है. अपने ससुराल जा चुके बहना भी जिनको अपने मायके आने का तथा अपने परिजनों से मिलने का एक मौका मिलता है और वह अवसर हाथ से गंवाने नहीं देतीं और सीधे या तो बहना चली आती हैं या फिर भाई चले आते हैं और रक्षाबंधन का पर्व बड़े धूमधाम से मनाते हैं.

प्रेम और स्‍नेह का पर्व रक्षाबंधन देश भर में धूमधाम से मनाया गया. बहनों ने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर दीर्घायु की कामना की, वहीं भाईयों ने भी बहन की रक्षा का संकल्प लिया और उपहार देकर उनकी खुशियों में शरीक हुए. भाई और बहन के लिए ये सबसे बड़ा त्योहार है.ये त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्‍ते, प्‍यार, त्‍याग और समर्पण को दर्शाता है.राखी बांधकर बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख की कामना करती हैं. वहीं, भाई उन्हें वादा देते हैं कि वो उनकी जिंदगीभर रक्षा करेंगे, इस वजह से इस पर्व को रक्षाबंधन नाम दिया गया है.

तहलका.न्यूज़