November 24, 2024
tehelka.news

जयपुर:- मुख़्यमंत्रीअशोक गहलोत ने कहा है कि धर्म के नाम पर लोगों कोे बांटने की बजाय जो सबको साथ लेकर चले, वही सच्चा राष्ट्रवादी है. उन्होंने कहा कि अनेकता में एकता हमारे मुल्क की सबसे बड़ी पहचान है. तमाम जाति, धर्म एवं मजहब के लोग यहां भाईचारे से रहते आये हैं, जो मुल्क के इस ताने-बाने को बनाए रख सके, वही राष्ट्रवाद की बात कहने का हकदार है. देश में माहौल बदल रहा है. यहां जबरदस्ती कोई चीज नहीं हो सकती है. न जय श्री राम न ही अल्लाह हू अकबर के नारे लगवाए जा सकते हैं. कोई जबरन कुछ बुलवाए तो क्या यह अच्छा लगता है। ऐसे में देश कहां जाएगा.

गहलोत गुरूवार को जयपुर महानगर न्यायालय में दी बार एसोसिएशन, जयपुर की नवगठित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष अनिल चौधरी सहित नवगठित कार्यकारिणी को शपथ दिलाई. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऑनर किलिंग व मॉब लिंचिंग का कानून बनाया है, यदि कोई भी कानून बने तो वकीलों को भी उसका चिंतन करना चाहिए.

जयपुर महानगर न्यायालय परिसर की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परिसर कबूतर खाने की तरह लगता है और यहां पर वकीलों को मजबूरन टेबल से टेबल सटा कर बैठना पड़ता है. गहलोत ने कहा कि वकीलों के लिए तो चेंबर होने चाहिए, लेकिन इस बीच अनबन नहीं भी है तो भी बैठने की तो ठीक व्यवस्था रहनी चाहिए. गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार न्यायपालिका और अधिवक्ता समुदाय की सुविधाओं एवं संसाधनों के लिए कोई कमी नहीं रखेगी.

तहलका.न्यूज़