रेप पीड़िता द्वारा आत्महत्या करने के मामले में थानाप्रभारी संजय गोदारा को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं पूरे मामले की जांच अब जयपुर कमिश्नरेट पुलिस नहीं करेगी. इसकी जांच सीआईडी (सीबी) करेगी.
जयपुर के वैशाली नगर थाने में रविवार को रेप पीड़िता द्वारा आत्महत्या करने के मामले में थानाप्रभारी संजय गोदारा को सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं अब पूरे मामले की जांच जयपुर कमिश्नरेट पुलिस नहीं करेगी. इसकी जांच सीआईडी (सीबी) करेगी. पुलिस मुख्यालय ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं. मामले की जांच पूरी होने तक सीआई संजय गोदारा एपीओ रहेंगे.
इसके विरोध में राजपूत समाज के सर्व संगठन राजपूत करणी सेना, राष्ट्रीय करणी सेना,जय राजपूताना संघ,क्षत्रिय महासभा, व वैशाली नगर व्यापार मंडल और खातीपुरा व्यापार मंडल ने आत्मदाह प्रकरण मे दोषी डिप्टी राय सिंग बेनीवाल व थानाधिकारी संजय गोदारा को संसपेड करने की मांग करते हुए सर्व सम्मति से सुबह 9:00 बजे से 1:00 बजे तक बाज़ार बंद का निर्णय लिया था.
वैशाली नगर थाने में हुई थी घटना
कंचन विहार निवासी इस महिला ने करीब एक माह पहले फतेहपुर शेखावाटी स्थित कारंगाछोटा निवासी रविन्द्र सिंह के खिलाफ दुष्कर्म करने करीब एक माह पहले थाने में रेप का मामला दर्ज कराया था. पीड़िता का आरोप है कि आरोपी ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया था. बाद में उससे रेप किया. आरोपी ने इसकी वीडियो क्लिप भी बना ली. उसके बाद वह उस अश्लील क्लिप को वायरल करने की धमकी देकर रेप करने लगा. इस मामले में कार्रवाई को लेकर वह लगातार पुलिस थाने के चक्कर लगा रही थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
उसकी जांच सीआई वैशाली नगर संजय गोदारा के पास थी. लेकिन संजय गोदारा द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी नहीं करने से पीड़िता काफी परेशान हो गई थी. ऐसे में परेशान होकर वह रविवार शाम को अपने 14 वर्षीय बेटे को लेकर वैशाली नगर थाने पहुंची. जहां बेटे को बाहर खड़ा कर दिया और खुद अंदर जाकर कपड़ों में आग लगा दी. इससे वहां मौजूद पुलिसकर्मी घबरा गए. आनन फानन में आग बुझाना शुरु किया.
आग से गंभीर रूप से झुलसी महिला को सवाई मानसिंह अस्पताल के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया था.जहां सोमवार तड़के करीब 4:30 बजे महिला की मौत हो गई.
तहलका.न्यूज़