राजस्थान की राजधानी जयपुर हो, अपने किले के लिए पहचाने जाने वाला चित्तौड़गढ़ या पर्यटन के लिए मशहूर अलवर, सभी बलात्कार जैसे अपराध के गवाह बन चुके हैं. राज्य में बलात्कार की खबरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं.
क्या राजस्थान धीरे-धीरे निर्मम बलात्कारों की राजधानी का रूप अख्तियार करता जा रहा है? यह सवाल पूछने का कारण है पिछले चंद दिनों में राज्य में घटी बलात्कार की भीषण घटनाएं.
बलात्कार का एक और मामला गज्जुपुरा के तुरसंगपुरा सपोटरा राजस्थान में भी घटा.जहां बलात्कार के बाद हत्या कर शव पेड़ से लटका दिया गया जिससे जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है. ग्रामीण क्षेत्र के लोगो का कहना है कि जल्द दोषियो को पुलिस हिरासत में ले अन्यथा मजबूरन जनता कानून हाथ मे लेकर उग्र आंदोलन करेंगी. जिसकी जिम्मेदारी स्वयं प्रशासन कि होगी.उम्मीद है. पुलिस विभाग/ राजस्थान सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी से सजा दिलाएगी.
हालांकि बलात्कारों पर लगाम लगाने में राजनीतिक दल और पुलिस अब तक कामयाब होते नहीं दिख रहे हैं. वहीं जनता कई सवाल लेकर खड़ी है. इसी के साथ एक डर भी राजस्थान को है कि क्या पर्यटन और संस्कृति की पहचान के लिए दुनियाभर में मशहूर राजस्थान पर महिलाओं के लिए असुरक्षित राज्य होने का भद्दा दाग लग जाएगा.
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