April 20, 2024

किशनगढ़ राजस्थान का एक प्रमुख मार्बल मंडी शहर है. यह अजमेर के निकट बसा हुआ है.वही किशनगढ़ में खान-पान की बात हो और पान का जिक्र नहीं करे तो बात कुछ अधूरी-अधूरी सी लगती है. पान का इतिहास 5000 सालों से भी ज्यादा पुराना है. अगर आपने कभी गौर किया हो तो पान का ज़िक्र श्रीमद भागवत गीता में भी हुआ है जिसमे श्री कृष्णा पान चबाया करते थे.

पान साँसों को ताज़ा करने के लिए और मेहमानों को सम्मान के तौर पर खिलाया जाता है.पान का भारत से सांस्कृतिक रूप से भी काफी जुड़ाव है.पान धूप, दीप के साथ आराध्य देव को भी चढ़ाया जाता है.

तो आइये आज हम आप को बताते है जो किशनगढ़ की शान और पहचान दोनों है जी हां…हम बात कर रहे हैं किशनगढ़ की मशहूर पान की दूकान “श्री कृष्णा पान भंडार”

यह पान पैलेस किशनगढ़ का काफी मशहूर पान पैलेस है और इसकी वजह है यहाँ के पान का बेहतरीन स्वाद। यहाँ पर आपको लगभग 40 तरीके के पान मिल जाएँगे जिसमे है रजवाडी पान, फायर पान, आइस पान, चॉकलेट पान, स्ट्रॉबेरी पान, ड्राई फ्रूट पान, सादा पान, मीठा पान और तम्बाकू पान। हमने यहाँ चॉकलेट पान को बनते देखा। एक पूरी कटोरी में भरा ये पान करीब 3 लोगो के खाने के लिए काफी है. हालाकि आपके लिए इस पान को बांटना थोडा मुश्किल होगा क्योंकि आप इस पुरे पान को अकेले खाना चाहेंगे. इसमें साधारण पान की सामग्री के साथ साथ जेली, चेरी, कद्दूकस किया नारियल, चॉकलेट सॉस, चॉकलेट चिप्स, सुपारी, खजूर सुपारी भी डाली जाती है. दिखने में तो ये पान खूबसूरत लगेंगे ही साथ ही इनका स्वाद भी आपकी ज़बान पर ठहर जाएगा.

यहाँ के पान की ये खासियत है की ये अपने पान में ख़ास बनारसी पान की पत्ती का इस्तेमाल करते है जो बहुत स्वादिष्ट और सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं. इन पत्तियों में गुलकंद, गुलकंद सुपारी, सौफ और खजूर सुपारी को पत्ते में भर के इसका मीठा पान बनाते है.

श्री कृष्णा पान भंडार सादे, मीठे और तम्बाकू पान के साथ साथ ओर भी बहुत तरह के पान बनाते है जैसे फायर पान, आइस पान, चॉकलेट पान,रसगुल्ला पान, बटर स्कॉच, फ्रेश फ्रूट, रसभरी…