April 20, 2024

जैन धर्म के अनुसार मोक्ष सप्तमी के दिन भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक दिवस मनाया जा रहा है. दिगंबर एवं श्वेतांबर जैन मंदिरों में भगवान पार्श्वनाथ की विशेष पूजा-अर्चना, शांतिधारा कर निर्वाण लाडू चढ़ाने की प्रथा है.

जयपुर:- एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी मानसरोवर के सबसे बड़े दिगम्बर जैन मंदिर में मुनि विश्वास सागर और मुनि विभंजन सागर महाराज के सानिध्य में बुधवार को प्रातः 7 बजे जैन धर्म के 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ स्वामी का निर्वाण महोत्सव श्रद्धा-भक्ति और हर्सोल्लास के साथ मनाया। मोक्ष सप्तमी के अवसर पर प्रातः 7 बजे से 23 वें तीर्थंकर के स्वर्ण एवं रजत कलशों से कलशाभिषेक का विशेष आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम कलश श्रीमती कृष्णा, अनंत, अंजना जैन परिवार को करने का सौभाग्य एवं मुनि श्री के मुखारविंद भव्य शांतिधारा करने का सौभाग्य अध्यक्ष एमपी जैन परिवार को प्राप्त हुआ।

मुख्य प्रचार संयोजक अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया कि बुधवार को आयोजित मोक्ष सप्तमी महोत्सव के शुभवासर पर श्री सम्मेद शिखर की रचना संजीव झांकी का भी मंचन किया गया था, जिसमे सम्मेद शिखर जी मे निर्मित 25 टोंक (24 तीर्थंकर एवं 1 गणधरों) लगाई लगी थी जिस पर पुण्यार्जक परिवारो ने सवा-सवा किलो के निर्वाण लड्डू चढ़ाए एवं मंदिर शिखर की वेदी पर विराजमान 23 वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ स्वामी को स्वर्णभद्र टोंक पर वरुण पथ महिला मंडल के पुण्यार्जन द्वारा 23 किलो को निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया। इससे पूर्व मन्दिर शिखर पर विराजमान भगवान पार्श्वनाथ, भगवान चन्द्रप्रभ, भगवान सम्भवनाथ एवं भगवान की प्रतिमा जी के 23 सौभाग्यशाली परिवारो के पुण्यार्जन द्वारा स्वर्ण एवं रजत कलशों से कलशाभिषेक के पश्चात भव्य शांतिधारा की गई। जिसके उपरांत मुनि विश्वास सागर एवं मुनि विभंजन सागर महाराज ससंघ सानिध्य में भगवान पार्श्वनाथ स्वामी का पूजन एवं जयमाला अर्घ चढ़ा सामूहिक निर्वाण कांड पाठ का गुणगान करते हुए निर्वाण लड्डू चढ़ाए गए।

कार्यक्रम संयोजक विनेश सौगानी एवं संगठन मंत्री सुनील गंगवाल ने बताया कि मुनि संघ सानिध्य एवं मंगल प्रेरणा द्वारा मोक्ष सप्तमी के शुभवासर पर एक संजीव झांकी भी सजाई गई है जिसमे 24 तीर्थंकरों एवं 1 गणधर की टोंक रचाई गई। जिस पर 25 पुण्यार्जक परिवारो ने सामूहिक पूजन कर निर्वाण लड्डू चढ़ाए गए। इससे पूर्व इस झांकी का उद्धघाटन मन्दिर समिति अध्यक्ष एमपी जैन एवं मंत्री जेके जैन सहित समिति के सभी पदाधिकारियों द्वारा किया गया। बुधवार को आयोजित महोत्सव के दौरान वरुण पथ जैन समाज सहित शहरभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस दौरान मुनि विश्वास सागर एवं मुनि विभंजन सागर महाराज ने अपने मंगल उद्बोधन देकर धर्म सभा को संबोधित भी किया।

तहलका.न्यूज़